क्या डायबिटीज़ के प्रबंधन के लिए भीगे हुए अखरोट खाने चाहिए?
नट्स और बीजों का सेवन शरीर के लिए सेहतमंद होने के साथ ये अच्छी त्वचा, बाल, वज़न को घटाने और मधुमेह के प्रबंधन में भी लाभदायक साबित होते हैं। इनमें से एक है अखरोट, जो शरीर में रक्त शर्करा को नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है।
टाइप-2 डायबिटीज़ के लिए भिगोए हुए अखरोट
कुछ लोगों का मानना है कि रोज़ाना भीगे हुए अखरोट का सेवन करने से टाइप-2 मधुमेह के प्रबंधन में मदद मिल सकती है। डायबिटीज़ के मरीज़ों को अपनी डाइट में अखरोट ज़रूर शामिल करने चाहिए, क्योंकि वे फाइबर में भरपूर होते हैं। फाइबर को शरीर में रक्त शर्करा की रिहाई को कम करने के लिए जाना जाता है, जो चीनी के स्तर में अचानक बढ़त की संभावना को कम करता है। शरीर में चीनी की मात्रा का अचानक बढ़ना हानिकारक हो सकता है
कुछ अध्ययनों में यह भी पाया गया कि अखरोट इंसुलिन के लिए प्रतिरोध बनाने में मदद कर सकता है, रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है, और टाइप-2 मधुमेह विकसित होने के जोखिम को कम करता है।
क्या अखरोट को खाने से पहले भिगोना ज़रूरी है?
नट्स को खाने से पहले भिगोना, दुनिया के कई देशों में एक आम बात है, खासकर भारत में। ऐसा माना जाता है कि बादाम, अखरोट आदि में जो एन्ज़ाइम मौजूद होते हैं, उन्हें कच्चा पचाना मुश्किल हो सकता है। इसलिए उन्हें हमेशा भिगोकर ही खाया जाता है।
अखरोट के फायदे
- शरीर में रक्त शर्करा को नियंत्रित करने के अलावा, अखरोट के और भी कई फायदे हैं।
- अखरोट ओमेगा -3 फैटी एसिड जैसे स्वस्थ वसा में समृद्ध होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
- अखरोट में प्राकृतिक तेल होते हैं जो त्वचा और बालों के लिए अच्छे होते हैं।
- अखरोट सूजन को कम करने में भी मदद कर सकता है।
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