
कोरोनाग्रस्त इकॉनमी में लोगों की परेशानियों को समझते हुए मार्च के आखिर में RBI ने EMI पर 3 महीने के मोराटोरियम की बात कही थी। इसे बैंकों ने देना शुरू कर दिया। ग्राहकों में इसे लेकर कई तरह के कन्फ्यूजन हैं। सबसे बड़ा कन्फ्यूजन यह है कि बैंक किस तरह से राहत दे रहे हैं।
आप EMI पर राहत लेना चाहते हैं? जगह-जगह से आपको अलग तरह की जानकारियां कन्फ्यूज कर रही हैं? आइए यहां जानते हैं कि आपका बैंक EMI पर राहत कैसे दे रहा है यानी आपको EMI रुकवानी हो या न रुकवानी हो, आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आपने जिस बैंक से लोन लिया है उसने क्या व्यवस्था की है। कहीं ऐसा तो नहीं कि आप EMI रोकना नहीं चाहते लेकिन वह तो खुद ही रुक गई!

SBI के ग्राहकों की EMI उनके कहने पर रोकी जाएगी। अगर आप चाहते हैं कि आपकी EMI रोकी जाए तो आपको बैंक से ऐसा करने के लिए कहना होगा। SBI में एमडी सीएस शेट्टी ने कहा, 'मोराटोरियम की सुविधा हर लोनधारक के लिए मौजूद है, यह ग्राहक को तय करना है कि उसे EMI रोकने की कितनी जरूरत है।' लोन की ईएमआई रोकने के लिए बैंक को ईमेल भेजना होगा।

यहां भी है डिफॉल्ट व्यवस्था। यानी बैंक ने मोराटोरियम की डिफॉल्ट सेटिंग कर दी है। आप अगर ईएमआई कटना जारी रखना चाहते हैं तो आपको moratorium@idbi.co.in पर ईमेल भेजना होगा।

बैंक अपने ग्राहकों को टूवीलर, बिजनस, फार्म और जूलरी लोन के मामले में डिफॉल्ट EMI रोक की सुविधा दे रहा है। अन्य लोन्स में ग्राहकों के कहने पर ऐसा किया जाएगा। विकल्पों को देख हुए बैंक की वेबसाइट पर जाएं और जानकारी लेते हुए SMS या ईमेल भेजें।

बैंक के ग्राहकों की EMI अपने आप रोकी जाएगी ईएमआई जारी रखने के लिए बैंक से संपर्क करना होगा।

कैनरा बैंक की व्यवल्था के मुताबिक, ग्राहक के कहने पर EMI रोकी जाएगी। इस बैंक के ग्राहक बैंक को SMS कर सकते हैं। उन्हें 8422004008 पर 'नो' लिखकर भेजना होगा। इसके अलावा, retailbankingwing@canarabank.com पर मेल किया जा सकता है।

इस बैंक ने दो तरह के ऑप्शन रखे हैं। डूवीलर, बिजनस, जूलरी आदि लोन की EMI अपने आप रोक दी गई है, लेकिन अन्य लोन्स की EMI पर रोक के लिए ग्राहक को बैंक से संपर्क करना होगा। इसके बैंक की वेबसाइट पर जाकर ऑप्शन चुन सकते हैं। आप SMS या ईमेल के जरिए अपना चुनाव बैंक को बता सकते हैं।

बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहकों की EMI खुद ब खुद रोक दी जाएगी। लेकिन ECS/NACH/स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन से अगर मैन्डेट दिया गया है तो बैंक उसका सम्मान करेगा। EMI जारी रखे जाने के लिए बैंक को ईमेल या लेट भेजकर बताना होगा।

इस बैंक ने अलग-अलग शर्तें रखी हैं। मसलन 5 करोड़ रुपये तक के बिजनस लोन, एग्रीकल्चर लोन, माइक्रोलेंडिंग और गोल्ड लोन की EMI अपने आप ही रुक जाएगी। इससे ज्यादा के लोन के मामले में ग्राहकों की मांग के आधार पर फैसला होगा। एग्रीकल्चर लोन, माइक्रोलेंडिंग और गोल्ड लोन के पेमेट जारी रखने के लिए option@federalbank.co.in पर ईमेल भेजना होगा और रिटेल लोन के ग्राहक ईएमआई जारी रखने के लिए option@federalbank.co.in पर ईमेल भेज सकते हैं।

इस बैंक के ग्राहकों के कहने पर ही EMI रोकी जाएगी। EMI को रोकने के लिए ग्राहकों को 022-50042333 या 022-50042211 पर कॉल करना होगा। इसके अलावा, बैंक की वेबसाइट पर भी अपनी रिक्वेस्ट दाखिल कर सकते हैं।

इस बैंक के ग्राहकों के कहने पर ही EMI रोकी जाएगी। रोकनी हो तो pay.later@kotak.comto पर जाकर रिक्वेस्ट दाखिल की जा सकती है।

बजाज फिनसर्व के ग्राहकों के कहने पर ही EMI रोकी जाएगी। wecare@bajajfinserv.into पर ईमेल कर इसके लोनधारक EMI रुकवा सकते हैं।

इस बैंक के ग्राहकों के कहने पर ही EMI रोकी जाएगी। बैंक की वेबसाइट पर जाकर, 56161 पर SMS, ईमेल और 8743950000 के जरिये ग्राहक EMI पर रोक की सुविधा ले सकते हैं।

इस बैंक के ग्राहकों के कहने पर ही EMI रोकी जाएगी। ईएमआई रोकने के लिए https://www.hsbc.co.in/help/coronavirus/ पर जाकर अप्लाई किया जा सकता है।

इस बैंक के ग्राहकों के लिए EMI पर रोक की कई शर्तें हैं। गोल्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, किसान, माइक्रोफाइनैंस, कमोडिटी, ट्रैक्टर, कमर्शल वीइकल, बिजनस, टर्म लोन आदि की EMI अपने आप रुक जाएगी। लेकिन अन्य लोन्स पर ग्राहक को मांग करनी होगी। बैंक की वेबसाइट पर जाकर सब समझें और उसी के हिसाब से SMS या ईमेल करें।

बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहकों की EMI अपने आप रोक दी जाएगी। अगर ग्राहक EMI को जारी रखना चाहते हैं तो उन्हें बैंक ब्रांच से संपर्क करना होगा।
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