Friday 20 December 2019

कानपुर  देवी गंज में  दबंग अर्जुन और रवि ने शर्मसार कर देने वाली घटना को दिया अंजाम

कानपुर  देवी गंज में  दबंग अर्जुन और रवि ने शर्मसार कर देने वाली घटना को दिया अंजाम



लाल बंग्ला मार्केट से  घर लौट रही शिवानी को दबंगों ने नशे की हालत में अपनी ओर खींचा शिवानी के विरोध करने पर उसको मारा और उसके कपड़े फाड़े राहगीरों के विरोध करने पर दबंग वहां से फरार हो गए पीड़ित शिवानी ने 100 नंबर पर सूचना दी और थाना चकेरी अपनी फरियाद लेकर पहुंची  शिवानी का कहना है कि पुलिस उसकी कोई मदद नहीं कर रही है और  अभियुक्तों को बचाने का प्रयास कर रही है  वही पीड़ित  शिवानी को दबंगों द्वारा धमकी  दी जा रही  है किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई करने पर जान से मारने और तेजाब से  जलाने की धमकी से शिवानी बहुत ही भयभीत और डरी हुई है


पीड़ित शिवानी की माँ का मोबाइल नंबर 878831530


Saturday 7 December 2019

पांच साल में नगर निगम नहीं तलाश सका कचरा निस्तारण की कंपनी।








 




















भौंती में 20 लाख टन से कहीं ज्यादा कचरे का पहाड़ खड़ा है। इस पर रोज एक हजार टन की परत और चढ़ रही है। फिलहाल यह शहर की ऐसी समस्या है, जिसका निदान नगर निगम बीते पांच वर्षो में तलाश नहीं पाया है। दो कंपनियां तय की गई और दोनों ने ही हाथ उठा दिए। अब कचरा निस्तारण के लिए नए टेंडर कराने की प्रक्रिया शासन में लंबित है।


शहर में प्रतिदिन 1350 मीट्रिक टन कचरा पैदा होता है। इसमें से नगर निगम करीब 1100 मीट्रिक टन कचरा उठाता है और बाकी सड़कों व नालियों में सड़ता रहता है। नगर निगम ने वर्ष 2014 में एटूजेड कंपनी से करार किया था। डोर टू डोर कचरा उठाने से लेकर कचरे के निस्तारण का काम भी सौंपा गया था। इसके लिए भौंती में करोड़ों रुपये की लागत से कचरा निस्तारण प्लांट बनाया गया, लेकिन यह व्यवस्था चल नहीं पाई। कंपनी कचरे का निस्तारण नहीं कर पाई, वहां कचरे का ढेर लगना शुरू हो गया। इसके बाद नगर निगम ने खुद घर-घर कचरा उठाने का इंतजाम किया। 2016 में आइएलएफएस कंपनी से करार किया कि वह भौंती में कचरे का निस्तारण करे। उससे खाद, बिजली व अन्य उत्पाद तैयार करे। उस समय तक कचरे का बहुत बड़ा पहाड़ खड़ा था। इस कंपनी ने 2017 से कचरा निस्तारण तो शुरू किया, लेकिन रोज 700 टन से अधिक कचरे का निस्तारण नहीं कर पा रही थी। पुराना ढेर न खड़ा ही रहा बल्कि उसमें इजाफा ही हो रहा था। किसी विवाद के कारण इस कंपनी के सारे बैंक खाते सीज हो गए। ऐसे में कंपनी आगे काम नहीं कर पाई। यह इंतजाम भी विफल हो गया।उसके बाद से नगर निगम डोर टू डोर कचरा उठाने से लेकर भौंती प्लांट तक कचरा पहुंचाने का काम जारी रखा। करीब एक सप्ताह पहले तक यहां कचरे का पहाड़ 20.5 लाख मीट्रिक टन हो चुका था। इस कचरे से आसपास के गांवों से लेकर औद्योगिक इकाइयां तक संकट में हैं। शहर में प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह यही कचरे का ढेर बना हुआ है। यह देखते हुए नगर निगम ने अब कचरा उठाने, कचरे को प्लांट तक पहुंचाने और कचरे का निस्तारण करने के लिए अलग-अलग कंपनियों को ठेका देने की योजना तैयार की है। इसके लिए कई कंपनियों से वार्ता भी हुई है। अभी इस मामले पर नगर विकास विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की है। कचरा निस्तारण की समस्या को लेकर शुरू से ही प्रयासरत हूं। अब कचरा उठाने, प्लांट तक उसे पहुंचाने और निस्तारण की व्यवस्थाएं अलग-अलग की जा रही हैं। जल्द ही टेंडर हो जाएगा तो इस पर काम शुरू हो जाएगा।












उन्नाव रेप पीड़िता के परिजनों को मुआवजे का मरहम, 25 लाख और घर देगी योगी सरकार


उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के परिजनों को 25 लाख रुपये की मदद का ऐलान किया है. इसके अलावा सरकार पीड़िता के परिवार को पीएम आवास योजना के तहत घर भी देगी.






  • उन्नाव गैंगरेप पीड़िता ने शुक्रवार रात दिल्ली में तोड़ा दम

  • सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने विधानसभा के बाहर दिया धरना


उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के परिजनों को मदद का ऐलान किया है. योगी सरकार पीड़िता के परिवार को 25 लाख रुपये की मदद देगी. यह धनराशि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दी जाएगी.


उन्नाव के जिला अधिकारी पीड़िता के परिजनों से मिलकर उनको आर्थिक मदद का चेक सौपेंगे. इसके अलावा सरकार की तरफ से परिवार को पीएम आवास योजना के तहत घर देने का भी ऐलान किया गया है.


उन्नाव गैंगरेप पीड़िता को गुरुवार को जिंदा जलाने की कोशिश की गई थी, जिसमें पीड़िता 95 फीसदी तक झुलस गई थी. इसके बाद पीड़िता को लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था.


जब लखनऊ में पीड़िता की हालत में सुधार नहीं हुआ, तो उसको एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया गया और सफदरजंग हॉस्पिटल भर्ती कराया गया. हालांकि उन्नाव की  बेटी को बचाया नहीं जा सका. जिंदगी के लिए जंग लड़ रही उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की सांसें शुक्रवार रात 11:40 बजे टूट गईं. दिल्ली में पीड़िता की मौत के बाद उन्नाव से लखनऊ और दिल्ली तक जबरदस्त हंगामा मच गया.


शुक्रवार को सबसे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एव  यू पी के पूर्व मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने  विधानसभा के बाहर सांकेतिक धरने पर बैठ गए. इस दौरान उन्होंने महिलाओं के खिलाफ बढ़ती अपराध की घटनाओं को लेकर यूपी की योगी सरकार को जमकर घेरा. जहां एक ओर विधानसभा के बाहर अखिलेश यादव धरना दे रहे थे, तो दूसरी तरफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पीड़िता के परिजनों से मिलने उन्नाव पहुंच गईं.